"हमें जातिगत या एक समुदाय विशेष को लेकर ये लड़ाई नहीं जितनी है हमें सबको साथ लेकर चलना है " ये वाक्य है कांग्रेस पार्टी के युवराज राहुल गाँधी का जो कल अहरौरा जो की तिन जिलो की त्रिशंकु सीमा पर स्थित है । लोगों ने अपने उस युवराज के लिए पलक पावडे बिछाये थे तो सर्कार ने सुरछा का जल बिछाया था ।
मेरे कैमरे ने जब कल आ कर ये सब बाते बताई तो मई भी प्रफुल्लित हो गया । उसने आगे बताया की लोग आपस में बाते कर रहे थी की " अरे इ तो राजीव बाबु जैसन बाटे " लोग उनके इंतज़ार में ४५ डिग्री तापमान में भी पंडाल में बैठे रहे । जब राहुल गाँधी आये तो लोगों ने उनका अभिवादन हर हर महादेव का नारा लगा कर किया जवाब में राहुल बाबा ने भी हाँथ हिलाकर उनका अभिवादन का जवाब दिया ।
जब वो मंच पर चड़े तो बिना कुछ कहे अपने १२ मिनट के भाषण में सब कुछ कहा सिवाए नक्सल वाद के ,वो इस मसले पर चुप्पी मर गए इस से शायद पूरा मीडिया समाज उदास हुआ होगा उसे कोई "मसाला"जो नहीं मिला ।
सब तरफ सिर्फ विकास में निचले पायदान पर चल रहे उत्तर प्रदेश की चर्चा थी सभी ने इसी बारे में बात कही की प्रदेश सरकार केंद्र की नीतियों को सही से चला नहीं पा रही है । खैर भगवन बचाए इस सरकार से मेरे यहाँ विधुत भी चली गयी है और मई पसीने में नहा कर नहीं लिख पाऊँगा अब नहीं लिखा जायेगा मुझसे .....अगली पोस्ट के लिए अलविदा .
3 comments:
विदेशी मानसिकता, विदेशी खून |
दिमाग में गोबर, मिलना दूभर किया दाल-नून||
बहुत बढ़िया लगा! उम्दा प्रस्तुती!
Insh'allah Rahul achhe prashasak bhi saabit honge.....
Post a Comment