मैंने कहा टांग ऊपर ...अच्छा बाबा अभी लो । गर्दन नीचे ....जो हुक्म मालकिन । जाओ ये सामन ले के आओ ...अभी लाया । ................... ये सब बातें आज मैंने अपने कैमरे के मुँह से सुनी, जब मै आफिस से घर पहुँच तो वो सुबह का अखबार पड़ रहा था , उसने मुझे रोक के कहा ,तू तो बच गया फैज़ मैंने पुछा क्यों क्या हुआ वो बोला,अरे अगर तेरी शादी हुई होती न तो ये सवाल कभी न पूछता । जानता है - सुप्रीम कोर्ट ने कल कहा कि पति को पत्नी का सुझाव स्वीकार करना ही होता है, भले ही उसका कोई मतलब हो या नहीं।
अदालत के अनुसार अगर आपकी पत्नी कहती है कि सिर उधर घुमाओ तो उधर सिर घुमा लो, यदि वह कहती है कि इधर सिर घुमाओ तो इधर सिर घुमा लो, नहीं तो आपके लिए मुसीबत हो सकती है ।
सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ ने ये दिलचस्प सुझाव एक वैवाहिक विवाद से जुड़े मामले की सुनवाई के दौरान दिया ।
इसमें वायु सेना के अधिकारी ने अपनी अलग रह रही पत्नी पर उसे और उसके परिजनों पर विभिन्न आपराधिक मामलों में फँसाने का आरोप लगाया है।
अदालत के अनुसार अगर आपकी पत्नी कहती है कि सिर उधर घुमाओ तो उधर सिर घुमा लो, यदि वह कहती है कि इधर सिर घुमाओ तो इधर सिर घुमा लो, नहीं तो आपके लिए मुसीबत हो सकती है ।
सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ ने ये दिलचस्प सुझाव एक वैवाहिक विवाद से जुड़े मामले की सुनवाई के दौरान दिया ।
इसमें वायु सेना के अधिकारी ने अपनी अलग रह रही पत्नी पर उसे और उसके परिजनों पर विभिन्न आपराधिक मामलों में फँसाने का आरोप लगाया है।
अब तुम्ही बताओ फैज़ क्या होगा इन बेचारे शादी शुदाओं का ,पहले तो सिर्फ़ फिल्मो में लोग देख कर एक दुसरे का मजाक उडाया करते थे ,लकिन अब तो सुप्रीमकोर्ट ने सुझाव दे डाला है ,अब तो बेचारे फँस गए क्योंकि महिलाएं पहले से ही आराछाद्द की मांग कर रही है ,और अब ये सुप्रीमकोर्ट का सुझाव।
औरतों को काफ़ी छूट मिल रही है यानी की अब कुछ दिनों बाद ऐसा समय आने वाला है की पुरूष वर्ग आराछाद्द की मांग करता नज़र आएगा और महिला जगत इनकी मांग ठुकराएगा बार बार । सब तरफ़ महिला संघ सुप्रीमकोर्ट के इस फैसले का समर्थन करते दिख रहा है ।
तो फिर तैयार हो जा अपनी पत्नी की गुलामी करने के लिए ,वरना सोच ले ..............
7 comments:
पहली बार देश की क़ानून व्यवस्था को हमारा ख़याल आया है । हम उसके लिए उसके अहसान मंद है, लकिन इसका क्या मतलब है की आप लोग फिरसे हमारी आलोचना करना शुरू कर दे।
जी, कर ही रहे हैं बरसों से.
ha ha ha ha
achha hai bhai
meri badhai
aapne mahilaon ko kya mard ke pair ki jooti samjha hai .....bach ke rahiye kyonki waqt hamara hai
aapne to dara diya bhai ....wakayi ab kya hoga hamara...............
आपकी सुंदर टिपण्णी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद!
बहुत बढ़िया और सच्चाई बयान किया है आपने! लिखते रहिये!
are isme kya kharabi hai .mahilaye to hamare yahn devi swaroop hai .
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